पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने अपराध पर सख्त रुख अपनाते हुए दावा किया कि शहर में अपराध दर घट रही है। उन्होंने कहा कि पुणे में हर महीने होने वाली हत्याओं की संख्या में कमी आई है और इसे और कम करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। उनका कहना है कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। पुणे पत्रकार संघ के एक टॉक शो में बोलते हुए उन्होंने साफ किया कि अपराधियों को ऐसा सबक मिलेगा, जिसे उनकी सात पीढ़ियां याद रखेंगी। वर्तमान में जहां हर महीने औसतन 8.5 हत्याएं होती थीं, अब यह आंकड़ा 7.2 तक आ गया है, और इसे 6.5 तक लाने का लक्ष्य है।
शहर में हत्या की कोशिशों के मामलों में 34 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन पुलिस इसे और कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। वहीं, हाल के दिनों में वाहन तोड़फोड़ और चेन स्नैचिंग जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिस पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का मानना है कि ये वारदातें आपराधिक गिरोहों से जुड़ी हो सकती हैं। शिव जयंती के दौरान एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पिटाई का मामला सामने आया था, जिसमें तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाकी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
अपराध को बढ़ावा देने के आरोप में सोशल मीडिया पर सक्रिय 20 से 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अमितेश कुमार ने बताया कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जरूरतमंद लोगों को नए हथियार लाइसेंस दिए जाएंगे, जबकि आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोगों को इससे वंचित रखा जाएगा। अब तक 300 लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं। साथ ही, उन्होंने ट्रैफिक पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे गुप्त रूप से कार्रवाई न करें, बल्कि चौराहों पर स्पष्ट रूप से तैनात रहें। वहीं, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल राहुल सोलापुरकर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाएगा।