पुणे न्यूज डेस्क: पुणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (PMC) ने आखिरकार साधु वासवानी ब्रिज को तोड़ने का काम फिर से शुरू करने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिज के आसपास बसी झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को हदप्सर इलाके में स्थानांतरित करने के बाद इस परियोजना को आगे बढ़ाया गया है। इससे पहले, जब ब्रिज को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, तब वहां रहने वाले लोगों को हटाने में दिक्कतें आ रही थीं, जिसके कारण काम को बीच में ही रोकना पड़ा था।
PMC अधिकारियों के अनुसार, ब्रिज के नीचे रहने वाले लोगों को हटाना आसान नहीं था, क्योंकि उन्होंने शुरू में अपनी जगह छोड़ने से इनकार कर दिया था। प्रशासन ने उनसे कई बार बातचीत की और समझाने की कोशिश की, जिसके बाद वे सहमत हुए। इसके अलावा, इन लोगों के पुनर्वास की कागजी प्रक्रिया में भी काफी समय लग गया। अब जब इन्हें हदप्सर में स्थानांतरित कर दिया गया है, तो ब्रिज को गिराने का काम दोबारा शुरू कर दिया गया है।
इस ब्रिज को तोड़ने की योजना काफी समय से अटकी हुई थी। इससे पहले, कबाड़ी और भिखारी समेत कई लोग यहां से हटने को तैयार नहीं थे, जिससे ब्रिज के सर्किट हाउस की ओर वाले हिस्से को गिराने में दिक्कत हो रही थी। रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरने वाले इस ब्रिज के हिस्से को तोड़ने के लिए रेलवे की मंजूरी जरूरी थी, जो अब मिल चुकी है। पुराने ब्रिज को हटाकर एक नया ब्रिज बनाया जाएगा, जिससे यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा।