जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के मशहूर महारानी कॉलेज में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया जब कॉलेज कैंपस के अंदर तीन मजारें दिखाई दीं। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया है, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि वक्फ कानून का सहारा लेकर कॉलेज की जमीन पर कब्जे की साजिश की जा रही है। मामला गर्माता देख पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है और कॉलेज प्रशासन से पूछताछ भी की जा रही है।
धरोहर बचाओ समिति के अध्यक्ष भारत शर्मा ने मजारों को अवैध बताते हुए इन्हें कैंपस से हटाने की मांग की है। उनका दावा है कि ये मजारें जानबूझकर बनाई गई हैं ताकि बाद में जमीन पर दावा किया जा सके। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इस पर जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो वे विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे।
कॉलेज की प्रिंसिपल पायल लोधा ने इंडिया टुडे से बातचीत में बताया कि वे दिसंबर में ही इस पद पर आई हैं और उन्हें जानकारी मिली है कि ये मजारें पहले से मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज एक शैक्षणिक स्थान है और यहां का फोकस सिर्फ पढ़ाई होना चाहिए। फिलहाल प्रशासन इस पूरे मामले पर विचार कर रहा है।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि ये मजारें कब और किसने बनाई थीं। पुराने स्टाफ और टीचर्स से पूछताछ की जा रही है। जानकारी मिली है कि कुछ लोग वहां चादर चढ़ाने आते हैं, जिससे विवाद और बढ़ गया है। हिंदू संगठनों को कॉलेज में धार्मिक स्थल का होना मंज़ूर नहीं है, और इसी वजह से अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है।