पटना न्यूज डेस्क: पटना के गर्दनीबाग इलाके में सोमवार देर रात हुई फायरिंग के मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। शुरुआती खबरों में दावा किया जा रहा था कि एक युवती से छेड़खानी हो रही थी, लेकिन मंगलवार को जांच के बाद सचिवालय डीएसपी डॉ. अनु कुमारी ने साफ किया कि युवती से किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई थी। पुलिस ने मौके से जब्त की गई लाइसेंसी राइफल का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, माणिक चंद तालाब के पास रहने वाले रामजी राय ने बदमाशों को भगाने के लिए अपनी लाइसेंसी राइफल से दो राउंड फायरिंग कर दी। फायरिंग की आवाज से हड़कंप मच गया और वहां मौजूद करीब 8 युवक अपनी बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गए। इसी बीच पुलिस पहुंची और रामजी राय की राइफल जब्त कर ली।
रामजी राय ने बताया कि उन्हें लगा कि लड़की पर हमला हो रहा है। उन्होंने सोचा युवती को बचाने के लिए फायरिंग करना जरूरी है। हालांकि, बाद में जांच में सामने आया कि लड़की गोबर में फंस गई थी और उसे किसी तरह की क्षति नहीं पहुंची थी। पुलिस ने उसे सुरक्षित घर पहुंचा दिया।
गर्दनीबाग थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। वहीं, डीएसपी अनु कुमारी ने दोहराया कि युवती पूरी तरह सुरक्षित है और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। अब पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है और यह भी देखा जा रहा है कि घटना के समय वहां मौजूद युवक कौन थे।