पुणे न्यूज डेस्क: बिहार के कुख्यात अपराधी अजय राय को एसटीएफ ने शुक्रवार की रात पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के संजय नगर इलाके में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। अजय राय यहां नाम बदलकर एक किराये के मकान में छिपा हुआ था। जैसे ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की, उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने उसे मौके पर ही ढेर कर दिया। अजय राय पर बैंक डकैती, अपहरण और हत्या समेत कई संगीन मामलों में केस दर्ज थे।
एसटीएफ को खुफिया जानकारी मिली थी कि अजय राय संजय नगर इलाके में छिपा हुआ है। इसके बाद चार थानों की पुलिस टीम के साथ एसटीएफ ने उस मकान को घेर लिया जहां वह ठहरा हुआ था। पुलिस ने माइक के जरिए उसे सरेंडर करने का मौका दिया, लेकिन अचानक मकान की खिड़की से फायरिंग शुरू हो गई।
अजय राय की गोली एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर दिवाकर कुमार को लगी, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसके बाद पुलिस ने पूरी ताकत से जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी में अजय राय को चार गोलियां लगीं और वह मौके पर ही ढेर हो गया। इस दौरान उसके साथ मौजूद दो अन्य अपराधी झाड़ियों में कूदकर फरार हो गए।
बताया जा रहा है कि अजय राय लंबे समय से पुलिस के निशाने पर था। वह बार-बार ठिकाना बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। उसने संजय नगर में खुद को बिजली का ठेकेदार बताते हुए एक मकान किराए पर लिया था। यहां उसने अपना नाम आकाश यादव बताया था और दो अन्य अपराधियों के साथ रह रहा था।
अजय राय पर बिहार और हरियाणा में कई आपराधिक मामले दर्ज थे। वह बिहार के सारण जिले में सबसे ज्यादा वांछित था। डकैती, अपहरण, लूट और हत्या जैसे मामलों में वह लंबे समय से फरार था। पुलिस को उसकी तलाश महीनों से थी, लेकिन वह बार-बार अपनी पहचान और जगह बदल लेता था।
इस मुठभेड़ के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने कहा है कि अजय राय का एनकाउंटर कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है। फरार अपराधियों की तलाश की जा रही है, और जल्द ही उन्हें भी पकड़ने का दावा किया जा रहा है।