पटना न्यूज डेस्क: पटना में बुधवार को अपराधियों की दो चालाक हरकतें सामने आईं, जिसने पुलिस और आम लोगों को चौंका दिया। एक ओर जहां फर्जी पुलिस बनकर एक बुजुर्ग से लाखों के गहने लूट लिए गए, वहीं दूसरी ओर असली पुलिस की वर्दी पहनकर शराब तस्करी कर रहे दो युवक रंगे हाथों पकड़े गए। ये दोनों मामले अलग-अलग इलाकों में सामने आए, लेकिन अपराधियों की नई तरकीबें सोचने पर मजबूर कर रही हैं।
पहली घटना कंकड़बाग की है, जहां RMS कॉलोनी के निवासी कमलेश चौधरी सब्जी खरीदकर लौट रहे थे। तभी एक युवक ने उन्हें रोका और कहा कि "सामने पुलिस वाले बुला रहे हैं"। जैसे ही वो वहां पहुंचे, दो और युवक आए और खुद को पुलिस बताकर कहा कि इलाके में गहनों की चोरी हुई है, इसलिए वो अपने गहने उतार दें। डर के मारे कमलेश ने अपनी सोने की चेन, अंगूठी और कड़ा निकालकर दे दिया। कुछ ही पलों में तीनों युवक फरार हो गए।
वहीं, उसी दिन उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी कि एक सफेद कार से शराब की बड़ी खेप पटना में पहुंचाई जा रही है। कार पर पुलिस का लोगो, सायरन और अंदर वर्दीधारी युवक को देख कर जांच टीम भी थोड़ी देर के लिए भ्रमित हो गई। लेकिन शक होने पर जब तलाशी ली गई तो कार से 1105 टेट्रा पैक अंग्रेजी शराब बरामद हुई, जिसकी कीमत करीब 1.75 लाख रुपये आंकी गई।
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान रवि किशन (छपरा) और रौशन कुमार (मनेर) के रूप में हुई है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि वे शराब की डिलीवरी के लिए पटना आए थे और पुलिस की नजरों से बचने के लिए वर्दी पहनने की तरकीब अपनाई थी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।