पटना न्यूज डेस्क: पटना में शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हो गया। दरअसल, दरभंगा में राहुल गांधी की मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस दफ्तर पहुंच गए। इसके बाद दोनों ओर से लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगे। कांग्रेस ने भाजपा पर दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ का आरोप लगाया, जबकि भाजपा ने दावा किया कि वे शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले हमला किया।
इस पूरे मामले पर राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सत्य और अहिंसा के आगे असत्य और हिंसा टिक नहीं सकते। वहीं, जेडीयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस कार्यालय में घुसकर की गई तोड़फोड़ और हंगामे की निंदा की। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दूसरी पार्टी के दफ्तर पर हमला करना गलत है।
आज तक के कैमरे में कैद फुटेज में भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय के गेट पर लात मारते और अंदर घुसते नजर आए। वहीं, एक अन्य वीडियो में दोनों दलों के कार्यकर्ता पार्टी के झंडों से लाठियां बनाकर एक-दूसरे पर हमला करते दिखे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा की इस हरकत का करारा जवाब दिया जाएगा। इधर, भाजपा ने मांग की है कि दरभंगा में पीएम मोदी और उनकी मां के खिलाफ की गई गाली-गलौच के लिए कांग्रेस बिना शर्त माफी मांगे।
दरभंगा पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ता मोहम्मद रिजवी उर्फ राजा को गिरफ्तार कर लिया है। कांग्रेस ने भी इस विवादित बयान से किनारा करते हुए कहा कि पार्टी ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करती। वहीं, भाजपा ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला और कहा कि वह प्रधानमंत्री और उनके परिवार के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करवा रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि राहुल गांधी गरीब और ओबीसी समाज से आए प्रधानमंत्री की सफलता को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।