पटना न्यूज डेस्क: पटना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां ने अपने ही बेटे का अपहरण करवाकर पति से फिरौती वसूलने की साजिश रच डाली। दानापुर के ताराचक गांव की अंजू देवी ने अपने मायके वालों की गरीबी मिटाने के लिए यह खौफनाक प्लान बनाया। उन्होंने बेटे को पटना सिटी में मौसी के घर भिजवाया और कारोबारी पति को फोन कर 21 लाख रुपये की फिरौती मांगी। लेकिन अंजू की यह चाल ज्यादा देर नहीं चली और पुलिस ने छह घंटे के भीतर बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया।
दानापुर पुलिस ने इस मामले में अंजू देवी के साथ-साथ उसकी मौसी संजू देवी, मौसा पंकज कुमार, मामा रोविंस कुमार और उसके पड़ोसी अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में पता चला कि पूरा षड्यंत्र अंजू ने मायके वालों के साथ मिलकर रचा था। उसका मानना था कि बेटे के अपहरण की खबर सुनते ही उसका पति, जो एक कारोबारी है, तुरंत पैसे दे देगा और वह फिरौती की रकम अपने मायके में बांट देगी।
घटना की शुरुआत तब हुई जब कारोबारी सुनील मेहता का 11 वर्षीय बेटा अचानक लापता हो गया। बेटे की तलाश के बीच एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें अपहरण की बात कहकर 21 लाख रुपये मांगे गए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एएसपी के नेतृत्व में टीम बनाई और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में मामला संदिग्ध लगा और धीरे-धीरे सच्चाई सामने आ गई।
अंजू देवी पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रही थी, जिससे शक गहराया। लोकेशन ट्रेस होने पर पुलिस ने पटना सिटी के आलमगंज इलाके में छापा मारा और मौसी संजू देवी के घर से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।