पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) द्वारा 2 फरवरी को संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 2024 का आयोजन किया जाएगा। लेकिन इससे पहले एक ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो रही है, जिसमें परीक्षा के प्रश्नपत्र के बदले 40 लाख रुपये मांगे जाने की बात सामने आई है। इस मामले में नागपुर क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान दीपक साखरे (25) और योगेश वाघमारे (28) के रूप में हुई है।
इस साल परीक्षा में 2.86 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होंगे। परीक्षा से पहले पेपर लीक से जुड़ी रिकॉर्डिंग सामने आने के बाद MPSC ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी कर बताया कि उन्होंने इस मामले की जांच के लिए पुणे पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। आयोग ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि परीक्षा को निष्पक्ष और सुरक्षित माहौल में संपन्न कराया जाएगा।
पुलिस जांच में पता चला कि साखरे और वाघमारे को भंडारा से गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य आरोपी, आशीष और प्रदीप कुलपे, अब भी फरार हैं। यह मामला पुणे में दर्ज किया गया था, और पुणे पुलिस से अलर्ट मिलने के बाद नागपुर क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को पकड़ा। फिलहाल, नागपुर पुलिस ने दोनों आरोपियों को आगे की जांच के लिए पुणे पुलिस के हवाले कर दिया है।
इधर, नवी मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान MPSC की सचिव सुवरा खरात ने कहा कि संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 2024 पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराई जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि परीक्षा प्रक्रिया पर किसी तरह का संदेह नहीं किया जाना चाहिए और सभी प्रश्नपत्र सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षित रखे गए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है ताकि परीक्षा प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले दोषियों पर कार्रवाई की जा सके।