मुंबई, 14 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन) दूध को अक्सर एक संपूर्ण आहार माना जाता है, जो प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर होता है और इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए व्यापक रूप से सराहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, गाय का दूध वात और पित्त दोषों को संतुलित कर सकता है, जिससे शक्ति, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। लेकिन आपको दूध का अधिकतम लाभ कब उठाना चाहिए?
रात का समय सही समय है
आयुर्वेद सोने से लगभग 30 मिनट पहले दूध पीने की सलाह देता है। यह वह समय होता है जब शरीर आराम करना शुरू करता है, और दूध के पोषक तत्व अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित हो सकते हैं। दूध में ट्रिप्टोफैन होता है, जो एक एमिनो एसिड है जो तनाव कम करने और आरामदायक नींद को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- पीने से पहले दूध को हमेशा गर्म करें।
- अधिक लाभ के लिए आप इसमें हल्दी, इलायची या अदरक मिला सकते हैं।
- इन संयोजनों से बचें
दूध को इन चीज़ों के साथ मिलाने से बचें:
- शहद या नमक
- ताज़े या खट्टे फल
- नमकीन खाद्य पदार्थ
ये संयोजन पाचन को बिगाड़ सकते हैं या त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
किसे सावधान रहना चाहिए?
- लैक्टोज़ असहिष्णुता वाले लोगों को दूध से पूरी तरह बचना चाहिए।
- जिन लोगों का पाचन तंत्र खराब है या जिन्हें बार-बार सर्दी-खांसी होती है, उन्हें ठंडा दूध नहीं पीना चाहिए।
ऐसे लोगों को मसालेदार या हर्बल दूध ज़्यादा पसंद आ सकता है। व्यक्तिगत सलाह के लिए हमेशा किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।