ताजा खबर
पटना में ATM की गड़बड़ी से बचा लाखों का नुकसान, शख्स ने दिखाई इमानदारी   ||    भीषण गर्मी में बच्चों की सुरक्षा के लिए पटना में 11:30 के बाद स्कूल बंद   ||    12 मई का इतिहास: ऐतिहासिक घटनाएँ और महत्वपूर्ण तथ्य   ||    Numerology 12 May 2025: पूर्णिमा तिथि पर मूलांक 2 के साथ ही इनको मिलेगा भाग्य का साथ, यहां पढ़ें आज ...   ||    PSL के बाद PCB को लगा एक और बड़ा झटका, अब इन टूर्नामेंट्स को भी करना पड़ा बंद   ||    भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच रिकी पोंटिंग ने दिखाया जिगरा, युद्धविराम की खबर मिलते ही बदला फैसला   ||    टेस्ट के बाद वनडे से कब संन्यास लेंगे Rohit Sharma? खुद दे दिया है बड़ा अपडेट   ||    PSL के बाद PCB को लगा एक और बड़ा झटका, अब इन टूर्नामेंट्स को भी करना पड़ा बंद   ||    अडाणी ग्रुप ने भारत का पहला हाइड्रोजन ट्रक किया लॉन्च, छत्तीसगढ़ की खदान में होगा इस्तेमाल   ||    Gold Rate Today: 12 मई को कितनी बदली सोने की कीमत? जानें बड़े शहरों में लेटेस्ट रेट   ||    विक्रम मिसरी ट्रोल क्यों? अखिलेश-ओवैसी के बाद राजीव शुक्ला बोले- ‘वे बेहतरीन अधिकारी’   ||    बोध गया मंदिर में बौद्ध भिक्षु क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन? बुद्ध पूर्णिमा पर जानें विवाद की असली वजह   ||    भारत-पाकिस्तान के बीच DGMO स्तर की वार्ता क्यों है खास? जानें क्या बोले रक्षा विशेषज्ञ   ||    Petrol Diesel Prices Hike: भारत-पाक तनाव के बीच पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम, जानें 4 महानगरों के रेट   ||    Nurse Day 2025: कौन थीं भारत की पहली प्रशिक्षित नर्स? जानें आजादी से पहले का इतिहास   ||    विदेश सचिव विक्रम मिसरी क्यों हो रहे ट्रोल? समर्थन में उतरे अखिलेश यादव, पूछा- केंद्र चुप क्यों?   ||    भारतीय सेना ने 3 बड़े आतंकियों को मिट्टी में मिलाया, ठिकानों को भी किया जमींदोज   ||    पहलगाम हमले के 96 घंटे बाद तैयार थी नौसेना, कराची को तबाह करने का था फुल प्रुफ प्लान   ||    Earthquake in Tibet: भूकंप के तेज झटकों से हिली तिब्बत की धरती, यूपी-बिहार तक दिखा असर   ||    Donald Trump News: भारत-पाक में तनाव के बीच ट्रंप का दवाइयों को लेकर बड़ा ऐलान, अमेरिका में 30% होंग...   ||    +++ 
पटना में ATM की गड़बड़ी से बचा लाखों का नुकसान, शख्स ने दिखाई इमानदारी   ||    भीषण गर्मी में बच्चों की सुरक्षा के लिए पटना में 11:30 के बाद स्कूल बंद   ||    12 मई का इतिहास: ऐतिहासिक घटनाएँ और महत्वपूर्ण तथ्य   ||    Numerology 12 May 2025: पूर्णिमा तिथि पर मूलांक 2 के साथ ही इनको मिलेगा भाग्य का साथ, यहां पढ़ें आज ...   ||    PSL के बाद PCB को लगा एक और बड़ा झटका, अब इन टूर्नामेंट्स को भी करना पड़ा बंद   ||    भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच रिकी पोंटिंग ने दिखाया जिगरा, युद्धविराम की खबर मिलते ही बदला फैसला   ||    टेस्ट के बाद वनडे से कब संन्यास लेंगे Rohit Sharma? खुद दे दिया है बड़ा अपडेट   ||    PSL के बाद PCB को लगा एक और बड़ा झटका, अब इन टूर्नामेंट्स को भी करना पड़ा बंद   ||    अडाणी ग्रुप ने भारत का पहला हाइड्रोजन ट्रक किया लॉन्च, छत्तीसगढ़ की खदान में होगा इस्तेमाल   ||    Gold Rate Today: 12 मई को कितनी बदली सोने की कीमत? जानें बड़े शहरों में लेटेस्ट रेट   ||    विक्रम मिसरी ट्रोल क्यों? अखिलेश-ओवैसी के बाद राजीव शुक्ला बोले- ‘वे बेहतरीन अधिकारी’   ||    बोध गया मंदिर में बौद्ध भिक्षु क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन? बुद्ध पूर्णिमा पर जानें विवाद की असली वजह   ||    भारत-पाकिस्तान के बीच DGMO स्तर की वार्ता क्यों है खास? जानें क्या बोले रक्षा विशेषज्ञ   ||    Petrol Diesel Prices Hike: भारत-पाक तनाव के बीच पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम, जानें 4 महानगरों के रेट   ||    Nurse Day 2025: कौन थीं भारत की पहली प्रशिक्षित नर्स? जानें आजादी से पहले का इतिहास   ||    विदेश सचिव विक्रम मिसरी क्यों हो रहे ट्रोल? समर्थन में उतरे अखिलेश यादव, पूछा- केंद्र चुप क्यों?   ||    भारतीय सेना ने 3 बड़े आतंकियों को मिट्टी में मिलाया, ठिकानों को भी किया जमींदोज   ||    पहलगाम हमले के 96 घंटे बाद तैयार थी नौसेना, कराची को तबाह करने का था फुल प्रुफ प्लान   ||    Earthquake in Tibet: भूकंप के तेज झटकों से हिली तिब्बत की धरती, यूपी-बिहार तक दिखा असर   ||    Donald Trump News: भारत-पाक में तनाव के बीच ट्रंप का दवाइयों को लेकर बड़ा ऐलान, अमेरिका में 30% होंग...   ||    +++ 

Shardiya Navratri 2022 Day 2 Maa Brahmacharini Swaroop: नवरात्रि के दूसरे दिन होती है मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, जानिए, कैसे माता नाम पड़ा !

Photo Source :

Posted On:Tuesday, September 27, 2022

आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां के दूसरे रूप माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। दुष्टों को राह दिखाने वाली हैं माता ब्रह्मचारिणी माँ की भक्ति से व्यक्ति में तप, त्याग, धर्म, संयम और दृढ़ता जैसे गुणों की वृद्धि होती है। ब्रह्मचारिणी माता की पूजा करने से आलस्य, अहंकार, लोभ, असत्य, स्वार्थ और ईर्ष्या जैसी बुरी प्रवृत्तियों का नाश होता है। मां के स्मरण से एकाग्रता और स्थिरता आती है। साथ ही बुद्धि, बुद्धि और धैर्य में वृद्धि होती है। ऐसे में आइए जानते हैं माता ब्रह्मचारिणी के स्वरूप और उनके नाम के रहस्य के बारे में।
माँ ब्रह्मचारिणी :माँ दुर्गा की दूसरी शक्ति की पावन कथा,शुभ मुहूर्त, महत्व  ,पूजा विधि, मंत्र,आरती और फल प्राप्ति "स्वाधिष्ठान चक्र"

आपको बता दें कि 'ब्रह्मचारिणी' दुर्गा का ही दूसरा रूप है। नवरात्रि के दूसरे दिन इनकी पूजा की जाती है। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी का अर्थ है अभ्यासी यानी मां ब्रह्मचारिणी जो तपस्या करती हैं। दुर्गा सप्तशती के अनुसार यह देवी शांत और तपस्या में लीन हैं। इसके साथ ही मुख पर कठोर तपस्या के कारण तेज और तेज का अनुपम संगम है जो तीनों लोकों को प्रकट कर रहा है।
Chaitra Navratri 2022 Day 2 Maa Brahmacharini Live Aarti How To Worship Maa  Brahmacharini Puja And Meaning- Chaitra Navratri 2022 Day 2 Maa  Brahmacharini Aarti-Bhog: कठिन कार्यों की पूर्ति करती हैं मां

देवी ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल है। देवी ब्रह्मचारिणी सच्चे ब्रह्म का रूप हैं, यानी तपस्या का अवतार। इस देवी के और भी कई नाम हैं जैसे तपस्चारिणी, अपर्णा और उमा। इस दिन साधक का मन स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित होता है। इस चक्र में स्थित साधक को माता ब्रह्मचारिणी जी की कृपा और भक्ति प्राप्त होती है और माता भक्त को आशीर्वाद देती है.
Navratri 2021: Shardiya Navratri 2nd day puja vidhi of Brahmacharini |  Navratri 2021: शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन होती है मां ब्रह्मचारिणी की  उपासना, जानिए पूजा विधि, मंत्र, भोग ...

माँ ब्रह्मचारिणी के नाम का रहस्य
शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा के एक अन्य रूप को ब्रह्मचारिणी के रूप में पूजा जाता है। जहां 'ब्रह्मा' का अर्थ है तपस्या और 'ब्रह्मचारिणी' का अर्थ है - तपस्या करने वाली अर्थात तपस्या करने वाली देवी। माता ब्रह्मचारिणी ने पार्वती के रूप में पार्वती के घर पुत्री के रूप में जन्म लिया। भगवान शिव से विवाह करने के लिए, नारद ने माता पार्वती को एक व्रत का पालन करने की सलाह दी। भगवान शिव को पाने के लिए देवी मां ने निर्जल, असहाय होकर घोर तपस्या की। हजारों वर्षों की तपस्या के बाद ही माता पार्वती को तपस्चारिणी या ब्रह्मचारिणी के नाम से जाना जाने लगा।


पटना और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Patnavocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.