अमेरिका में अवैध प्रवासियों की समस्या दशकों से एक गंभीर मुद्दा रही है। पूर्व और वर्तमान सरकारों ने इस समस्या से निपटने के लिए अलग-अलग रणनीतियाँ अपनाई हैं। अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 के चुनावों में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को लेकर एक नई और अनोखी योजना की घोषणा की है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि जो अवैध प्रवासी स्वयं अमेरिका छोड़ने के लिए सहमत होंगे, उन्हें 1,000 डॉलर नकद और उनके टिकट का पूरा खर्च अमेरिकी सरकार की ओर से दिया जाएगा।
यह घोषणा न केवल अमेरिका में चल रही अप्रवासी नीतियों की दिशा को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि ट्रंप प्रशासन अब केवल सख्ती के बजाय विकल्पों और प्रोत्साहन की नीति भी अपना रहा है।
ट्रंप प्रशासन का रुख और प्रस्ताव
अमेरिका के होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS) की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह योजना उन प्रवासियों के लिए है जो स्वेच्छा से देश छोड़ना चाहते हैं और इसके लिए CBP (Customs and Border Protection) होम ऐप का उपयोग कर अपनी इच्छा जताते हैं। इस ऐप के माध्यम से प्रवासी यह सूचित कर सकते हैं कि वे अमेरिका से स्वदेश लौटना चाहते हैं।
ट्रंप प्रशासन के अनुसार, ऐसे प्रवासियों को हिरासत में नहीं लिया जाएगा और निर्वासन की प्रक्रिया से नहीं गुज़रना पड़ेगा। इस नीति का उद्देश्य यह है कि प्रवासी बिना किसी कानूनी उलझन या कठिनाई के अमेरिका छोड़ सकें और सरकार के संसाधनों की भी बचत हो।
क्रिस्टी नोएम और स्टीफन मिलर का बयान
होमलैंड सुरक्षा विभाग की सचिव क्रिस्टी नोएम ने बयान देते हुए कहा कि, “अगर आप अमेरिका में अवैध रूप से हैं, तो गिरफ्तारी से बचकर खुद से लौट जाना ही सबसे सुरक्षित और व्यावहारिक रास्ता है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह योजना किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई से बचने का एक अवसर है।
वहीं ट्रंप के मुख्य नीति सलाहकार स्टीफन मिलर ने भी इस योजना की पुष्टि X (पूर्व में ट्विटर) पर की और बताया कि यह पहल ट्रंप प्रशासन के इमिग्रेशन सुधार एजेंडे का एक हिस्सा है।
अब तक की कार्रवाई: आंकड़ों पर नज़र
ट्रंप के पहले 100 दिनों के कार्यकाल में 1.52 लाख (152,000) अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर निकाला जा चुका है। यह आंकड़ा उस वादे के अनुरूप है जो उन्होंने अपने चुनावी अभियानों में दिया था – यानी अवैध प्रवासियों पर कठोर कार्रवाई।
हालांकि, यह आंकड़ा पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल के शुरुआती महीनों की तुलना में कम है। बाइडेन प्रशासन ने 2023 के फरवरी से अप्रैल के बीच में ही 1.95 लाख (195,000) लोगों को निर्वासित किया था। यह तुलना यह दर्शाती है कि प्रवासी संकट केवल ट्रंप या बाइडेन की सरकार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अमेरिका की इमिग्रेशन नीति की एक गहराई से जुड़ी समस्या है।
योजना की आलोचना और समर्थन
ट्रंप की नई नीति को लेकर राजनीतिक गलियारों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। जहां कुछ लोगों का मानना है कि यह नीति एक "मानवीय और व्यावहारिक तरीका" है जिससे अवैध प्रवासियों की संख्या कम की जा सकती है, वहीं अन्य लोग इसे टैक्सपेयर्स के पैसे की बर्बादी बता रहे हैं।
कई आलोचकों का कहना है कि इस तरह की स्कीम से प्रवासियों को इनाम देने जैसा संदेश जा सकता है, जिससे भविष्य में और लोग अवैध तरीके से अमेरिका आने की कोशिश कर सकते हैं। वहीं समर्थकों का मानना है कि निर्वासन की लंबी कानूनी प्रक्रिया और हिरासत की लागत से यह योजना अधिक किफायती और प्रभावी हो सकती है।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित यह योजना अमेरिका की इमिग्रेशन नीति में एक नया अध्याय जोड़ती है। स्वेच्छा से देश छोड़ने वालों को प्रोत्साहन देना, एक ऐसा तरीका है जो ना केवल कानूनी बोझ को कम कर सकता है, बल्कि प्रवासियों और सरकार दोनों के लिए कम टकरावपूर्ण समाधान भी हो सकता है।