पटना न्यूज डेस्क: पटना का बंगला नंबर 10 सर्कुलर रोड फिर से सुर्खियों में है। यह सरकारी बंगला करीब 20 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नाम पर अलॉट हुआ था। 2006 से आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनका पूरा परिवार यहीं रहते हैं। हाल ही में बिहार के भवन निर्माण मंत्रालय ने इस बंगले को खाली करने का नोटिस भेजा और राबड़ी देवी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष पद के तहत 39 हार्डिंग रोड का नया बंगला अलॉट किया। आरजेडी नेताओं का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर 10 सर्कुलर रोड नहीं छोड़ेंगे।
10 सर्कुलर रोड केवल लालू परिवार का आवास नहीं है, बल्कि यह आरजेडी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रतीक स्थल भी बन चुका है। साल 2005 में सत्ता से बाहर होने के बाद राबड़ी देवी और उनका परिवार यहीं शिफ्ट हुआ। इसी बंगले में रहते हुए आरजेडी ने कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखे, चुनाव प्रचार किए और पार्टी की रणनीति बनाई। तेजस्वी और तेजप्रताप यादव की राजनीति की शुरुआत भी यहीं से हुई।
राजनीतिक गलियारों में 10 सर्कुलर रोड को लेकर आरोप-प्रत्यारोप भी जारी हैं। आरजेडी का आरोप है कि बीजेपी जानबूझकर बंगला खाली करवा रही है। वहीं बीजेपी का कहना है कि राबड़ी देवी को नए पद के अनुसार नया बंगला अलॉट किया गया है और यह पूरी प्रक्रिया कानून के तहत हुई है। पार्टी का कहना है कि आरजेडी केवल बंगले को लेकर राजनीति कर रही है और इसे परिवारवादी राजनीति का उदाहरण बना रही है।
हालांकि इस पूरे विवाद पर लालू परिवार की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। केवल बेटी रोहिणी आचार्या ने सोशल मीडिया पर आपत्ति जताई है। आरजेडी अब 10 सर्कुलर रोड के मामले को कोर्ट तक ले जाने की तैयारी में है और वकीलों से सलाह ली जा रही है। पटना में इस प्रकरण को लेकर राजनीतिक चर्चाएं और अटकलें जारी हैं।