मुंबई, 28 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुंबई में महिला पायलट सुसाइड केस में नए खुलासे हुए हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी बॉयफ्रेंड महिला को प्रताड़ित करता था। उसकी बेइज्जती की। दोनों के बीच नॉनवेज खाने को लेकर भी लड़ाई होती थी। लड़की के चाचा की शिकायत पर पुलिस ने बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित को 26 नवंबर को अरेस्ट किया था। महिला की पहचान सृष्टि तुली के रूप में हुई। वह एअर इंडिया में पायलट थी। 25 नवंबर को सृष्टि का शव मुंबई में फ्लैट में मिला था। उसने डेटा केबल से फांसी लगाई थी। सृष्टि के चाचा विवेक कुमार तुली की शिकायत के आधार पर पवई पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR में कई बातें सामने आईं। आदित्य अक्सर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बुरा व्यवहार करता था। पिछले साल नवंबर में आदित्य चाचा की कार लेकर सृष्टि और उसकी बहन राशि को दिल्ली में शॉपिंग कराने ले गया था। मार्केट में दोनों के बीच बहस हुई। आदित्य ने राशि के सामने सृष्टि से गाली-गलौज की। गुस्से में कार से दूसरी गाड़ी को टक्कर भी मार दी। विवेक कुमार ने कहा कि उनकी कार को नुकसान पहुंचा, लेकिन आदित्य को बिल्कुल भी पछतावा नहीं हुआ।
FIR में एक और घटना का जिक्र है, जो इस साल मार्च में हुई थी। आदित्य और सृष्टि अपने दोस्तों के साथ गुरुग्राम में डिनर करने गए थे। रेस्टोरेंट में भी आदित्य ने सृष्टि का अपमान किया। उसने सृष्टि को नॉनवेज खाने से रोका और उसे बाहर वेज खाना खिलाने ले गया। थोड़ी देर बाद सृष्टि ने राशि को फोन किया और कहा कि आदित्य उसे सड़क पर अकेला छोड़कर घर चला गया है। वहीं, चाचा के मुताबिक, सृष्टि आदित्य के साथ रिलेशन में काफी परेशान थी, लेकिन वह उसे छोड़ना नहीं चाहती थी। एक बार आदित्य को एक पारिवारिक समारोह में शामिल होना था और वह चाहता था कि सृष्टि उसके साथ जाए। उसने सृष्टि पर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दबाव डाला, जबकि वह जानता था कि उसे उस दिन एक फ्लाइट उड़ानी थी। दोनों के बीच बहस हुई तो आदित्य ने सृष्टि का फोन नंबर लगभग 10 से 12 दिनों के लिए ब्लॉक कर दिया, जिससे वह परेशान हो गई थी। सृष्टि तुली गोरखपुर के प्रतिष्ठित व्यवसायिक परिवार से थीं। उनका परिवार रामगढ़ताल इलाके के आजाद चौक में रहता था। उनके पिता विशाल तुली गोरखपुर के बड़े कारोबारी हैं और गोल्डन गैस एजेंसी के मालिक हैं। सृष्टि के दादा 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हो गए थे, और उनके चाचा भारतीय सेना में सेवा दे चुके थे। सृष्टि की सफलता पर उनका परिवार हमेशा गर्व करता था। सृष्टि ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद पायलट बनने का सपना देखा था, और गोरखपुर की पहली महिला पायलट बनने का गौरव उन्होंने प्राप्त किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सृष्टि को इस उपलब्धि पर सम्मानित किया था, जो उनके परिवार और शहर के लिए गर्व का विषय था।