भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव गुरुवार को हुए और कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और ताकतवर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को नया अध्यक्ष चुना गया है. इस चुनाव के बाद विभिन्न मीडिया चैनलों और सोशल मीडिया पर यह खबर फैल गई कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी भारतीय कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़े थे और उन्हें केवल 5 वोट मिले थे. लेकिन अब मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग ने इन खबरों का खंडन किया है.
मोहन यादव के बारे में क्या खबर थी?
दरअसल, कई मीडिया संस्थानों ने यह खबर छापी कि मोहन यादव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही पहला चुनाव हार गये. वह भारतीय कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे थे। मोहन यादव यह चुनाव हार गये और उन्हें मात्र पांच वोट मिले. इसके साथ ही कई यूजर्स ने इस खबर को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया. @JanbhawnaTimes, डिजिटल मीडिया हैंडल चालू है
उपरोक्त खबर भ्रामक एवं तथ्यहीन है।@CMMadhyaPradesh डॉ. मोहन यादव जी द्वारा भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष पद के लिए कोई चुनाव नहीं लड़ा गया।@DrMohanYadav51 #JansamparkMP pic.twitter.com/q4rVKQ28UH
— Jansampark Fact Check (@JansamparkFC) December 21, 2023
जनसंपर्क विभाग ने मना कर दिया
दरअसल, जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बारे में जब यह खबरें उड़ने लगीं कि वह भारतीय कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष पद का चुनाव हार गए हैं तो खुद मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग ने इन खबरों का खंडन किया। पीआर विभाग ने कई प्रमुख मीडिया संगठनों की खबरों के स्क्रीनशॉट साझा किए और एक ट्वीट जारी किया, जिसमें लिखा था, ''उपरोक्त खबर भ्रामक और तथ्यहीन है। भारतीय कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष पद के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ।" "लड़ा।"