रूस को उत्तर कोरिया के रूप में एक नया दोस्त मिल गया है क्योंकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन का सख्त शासन उत्तर कोरिया के तानाशाह किन जोंग युन के कूटनीतिक कदमों का पूरक बन रहा है। जहां दोनों के बीच रक्षा संबंधों ने चिंताएं बढ़ा दी हैं, वहीं खेल भी पीछे नहीं है और दोनों देशों के बीच घनिष्ठता साबित करने के लिए तैयार है। रूस के खेल मंत्री ने घोषणा की कि उन्होंने द्विवार्षिक आधार पर "रूसी-कोरिया ग्रीष्मकालीन खेल" आयोजित करने का वादा किया है।
खेल क्षेत्र में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा करने के लिए दोनों देशों के खेल मंत्रालयों ने उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में बैठक की। ऐसा माना जाता है कि दोनों ने 2025 में खेल आदान-प्रदान के लिए एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए हैं। यह देखते हुए कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से दुनिया के बाकी हिस्सों ने रूस को घेर लिया है और जब बड़ी घटनाओं से परे खेल उद्यमों की बात आती है तो उत्तर कोरिया व्यावहारिक रूप से विशिष्टता में रहा है। सवाल यह है कि क्या पुतिन और किम जोंग युन अपनी खेल संस्कृतियों को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने के लिए राजनयिक संबंधों का उपयोग कर रहे हैं जो कि थोड़ी नींद में हैं? पुतिन ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए उत्तर कोरिया का दौरा किया, रूस और उत्तर कोरिया को खेल जगत में अपनी खोई हुई जमीन हासिल करने की कोशिश में अपने हितों को मजबूत करने में ज्यादा समय नहीं लगा।