इजरायल के तेल अवीव में 4 मई 2025 को हुए मिसाइल हमले ने दुनियाभर में चिंता का माहौल पैदा कर दिया। इस हमले का असर भारत के विमान पर भी पड़ा, जो दिल्ली से तेल अवीव जा रहा था। एयर इंडिया की फ्लाइट AI139, जो तेल अवीव पहुंचने से लगभग एक घंटा पहले इस हमले के प्रभाव में आई, को अबू धाबी की ओर डायवर्ट कर दिया गया।
मिसाइल हमले का घटनाक्रम
रिपोर्ट्स के अनुसार, यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल के तेल अवीव स्थित बेन गुरियन एयरपोर्ट के पास बैलिस्टिक मिसाइल दागी। यह मिसाइल एयरपोर्ट के बेहद करीब गिरी, जिससे वहां मौजूद यात्रियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। यदि मिसाइल एयरपोर्ट पर गिर जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन गनीमत रही कि यह एयरपोर्ट से कुछ दूरी पर गिरी, जिससे अधिक नुकसान होने से बच गया। इस हमले में 6 लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया गया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को लेकर एक आपात बैठक बुला ली, ताकि सुरक्षा के संदर्भ में जल्द से जल्द कदम उठाए जा सकें। इस हमले को लेकर इजरायल में सुरक्षा स्थिति और युद्ध के खतरे के बीच देशभर में घबराहट फैल गई।
एयर इंडिया की फ्लाइट का डायवर्शन
इस हमले का असर एयर इंडिया की फ्लाइट AI139 पर पड़ा, जो दिल्ली से तेल अवीव जा रही थी। जैसे ही एयरलाइन को इस हमले के बारे में जानकारी मिली, फ्लाइट को अबू धाबी के लिए डायवर्ट कर दिया गया। एयर इंडिया के एक बयान के अनुसार, "4 मई 2025 को दिल्ली से तेल अवीव जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI139 को तेल अवीव में एक घटना के बाद अबू धाबी की ओर मोड़ दिया गया। फ्लाइट अबू धाबी में सुरक्षित रूप से उतरी और अब यह जल्द ही दिल्ली वापस लौटेगी।"
फ्लाइट डायवर्जन का समय
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि यह डायवर्जन उस समय किया गया जब विमान जॉर्डन के हवाई क्षेत्र से उड़ान भर रहा था। यह निर्णय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इसके बाद, एयर इंडिया ने तेल अवीव से आने और जाने वाली सभी फ्लाइट्स को 6 मई 2025 तक के लिए निलंबित कर दिया है। एयरलाइन ने यह कदम अपने यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उठाया है। प्रवक्ता ने कहा कि एयर इंडिया के कर्मचारी यात्रियों की मदद कर रहे हैं और वैकल्पिक व्यवस्था करने में सहयोग दे रहे हैं।
यमन के हूती विद्रोहियों का संदिग्ध हमला
यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा इस बैलिस्टिक मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली गई है। हूती विद्रोही अक्सर सऊदी अरब और उसके सहयोगियों के खिलाफ इस प्रकार के हमले करते रहते हैं, लेकिन यह हमला इजरायल तक पहुंचा, जो एक नया घटनाक्रम है। मिसाइल के तेल अवीव के पास गिरने से न केवल इजरायल में सुरक्षा चिंताएँ बढ़ गईं, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर भी असर डाल सकता है, विशेष रूप से मध्य पूर्व के देशों के रिश्तों पर।
इजरायल की सुरक्षा चिंताएँ
इस हमले ने इजरायल की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। इजरायल, जो अपने उच्च-स्तरीय मिसाइल डिफेंस प्रणाली के लिए जाना जाता है, इस बार इस हमले को रोकने में सफल नहीं हो पाया। इजरायल के सुरक्षा बलों को अपनी सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता महसूस हो सकती है। इसके साथ ही, यह भी साफ हो गया है कि हूती विद्रोही अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं और वे इजरायल जैसे देशों तक अपने हमले पहुंचा रहे हैं।
निष्कर्ष
इजरायल के तेल अवीव एयरपोर्ट पर हुए इस मिसाइल हमले ने न केवल एयर इंडिया की फ्लाइट को डायवर्ट करने के लिए मजबूर किया, बल्कि यह इजरायल और अन्य देशों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाता है। एयर इंडिया की ओर से तुरंत कार्रवाई की गई, और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। हालांकि, यह हमला एक महत्वपूर्ण घटना है, जो इस बात का संकेत है कि वैश्विक सुरक्षा की स्थिति कितनी संवेदनशील हो सकती है।